आधुनिकरण का अर्थ, परिभाषा, प्रकृति एवं विशेषताएं | Meaning, Definition, Nature and Characteristics of Modernization in hindi
▶आधुनिकरण का अर्थ एवं परिभाषा (Meaning and Definition of Modernization)
आधुनिकीकरण एक परिवर्तन लाने की प्रक्रिया है, जिसका तात्पर्य है- विज्ञान व तकनीकी पर आधारित समाज की प्रक्रिया में परिवर्तन आना. शैक्षिक विकास के साथ आधुनिकीकरण की प्रक्रिया प्रत्यक्ष रूप से संबंधित है। इसका उद्देश्य जनसाधारण के जीवन स्तर को ऊँचा उठाना है। औद्योगिक विकास और आर्थिक विकास के माध्मय से आधुनिकीकरण का आशय है गतिशीलता.
आधुनिकीकरण का अर्थ प्रत्येक के लिए अलग-अलग है। सामान्य व्यक्ति के लिए इसका अर्थ सुख-सुविधा जुटाना तथा उनका प्रयोग करना है। अनपढ-ग्रामीण व्यक्ति के लिए औद्योगिकरण ही आधुनिकीकरण है। समाजशास्त्री के लिए यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके कारण विभिन्न समाजों में अन्तर किया जा सकता है। अर्थशास्त्री दृष्टिकोण से इसका अर्थ एक ऐसी प्रक्रिया से है जिसके कारण कोई समाज नई तकनीक का प्रयोग करके उपलब्ध साधनों का अधिकत्तम उपयोग करने का प्रयास करता है, जिससे आर्थिक विकास हो सके। इतिहासकार के दृष्टिकोण से यह ऐसी प्रक्रिया है जिसके कारण व्यक्ति नया ज्ञान प्राप्त करता है तथा उसके आधार पर अपने जीवन के तरीको व सोच को बदलता है।
कुछ लोग पाश्चात्यीकरण को ही आधुनिकीकरण मानते हैं। पाश्चात्यीकरण से तात्पर्य उसके जीवनशैली को अपनाना होता है। इससे जीवनस्तर में परिवर्तन आ सकता है. यह सकारात्मक अथवा नकारात्मक दोनों ही हो सकते हैं। परंतु आधुनिकीकरण नकारात्मक नहीं हो सकता है। इससे तात्पर्य पूर्वी राष्ट्रों के व्यक्तियों के जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में देश-विदेश की नवीनतम वैज्ञानिक खोजों, तकनीकी एवं प्रवन्ध-तकनीक को अपनाकर उसकी कार्यक्षमता को बढ़ाने, उत्पादन बढ़ाने व आर्थिक विकास द्वारा जीवन स्तर ऊँचा उठाने से होता है। जीवन स्तर को ऊँचा उठाना ही आधुनिकीकरण का आवश्यक शर्त है।
▶आधुनिकीकरण की प्रकृति एवं विशेषताएं (Nature and Characteristics of Modernization)
- आधुनिकीकरण एक गतिशील प्रक्रिया है।
- एक परम्परागत समाज को आधुनिक समाज में परिवर्तित करता है।
- देश को उन्नत विकासवान तथा नया बनाता है।
- यह एक प्रगतिशील प्रक्रिया है।
- एक देश की भौतिक संस्कृति के साथ-साथ उसके जीवन शैली, मूल्य व्यवस्था और विश्वासों में भी परिवर्तन लाता है।
- इसका अंतिम लक्ष्य है राष्ट्र का विकास एवं नागरिकों का जीवन स्तर ऊंचा उठाना.
▶आधुनिकीकरण के लिए आवश्यक कारक (Factors Necessary for Modernization)
समाजशास्त्री एस0 सी0 दुबे के अनुसार आधुनिकीकरण के लिए निम्नलिखित कारकों का होना आवश्यक है :-
- योजना का सुव्यवस्थित बनाना, राजनीतिक एंव आर्थिक व्यवस्था को धर्मनिरपेक्ष बनाना और कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू करना आवश्यक है।
- सामाजिक अनुशासन को बनाये रखना, अनुशासन ऊपर से नीचे तक के सभी लोगों के लिए समान प्रकार का बनाया रखा जाना आवश्यक है।
- आधुनिक योजनाओं को विशेषज्ञों की राय से ही बनाया और लागू किया जाये।
- उचित पुरस्कार व्यवस्था हो, अच्छा काम करने वालों को प्रोत्साहन और पुरस्कार दिया जाये और काम न करने वालों और कर्मचारियों को दण्ड देने की व्यवस्था हो।
▶आधुनिकीकरण के कुप्रभाव (Bad effects of modernization)
- इसके कारण वर्ग-भेद, गरीबी, भुखमारी में वृद्धि र्हुइ है।
- इससे बेकारी की संख्या बढी है।
- इसका प्रभाव सामाजिक एकता, सौहार्द पर भी पड़ा है।
- आधुनिक मूल्यों और परम्परागत मूल्यों के बीच द्वन्द्व सृष्टि र्हुइ है।
- आधुनिक शिक्षा से बंचित लोग और अधिक पिछडे वर्ग की जाति में सामिल हो रहे हैं।
▶आधुनिकीकरण में शिक्षा की भूमिका (Role of Education in Modernization)
कोठारी कमीशन (1964-66) ने आधुनिकीकरण के उपर बल दिया तथा शिक्षा का इनका प्रमुख साधन माना था। इस कमीशन के अनुसार अगर देश को सशक्त बनाना हो तो आधुनिकीकरण को अपनाना होगा तभी भारत एक विशाल आधुनिक प्रजातंत्रीय राष्ट्र बन सकेगा। 1986 में प्रधानमंत्री श्री राजीव गाँधी ने भी नई शिक्षा नीति में आधुनिकीकरण को महत्व दिया।
- शिक्षा के द्वारा वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास होता है। जो आधुनिकीकरण का साधन है।
- शिक्षा से ही नवीनतम जानकारी प्राप्त होगी जो आधुनिकीकरण में सहायक है।
- शिक्षा व्यापक दृष्टिकोण से विकास करने में सहायता करती है, जिससे आधुनिकीकरण अपनाने में आसानी होती है।
- आधुनिकीकरण को सही से अपनाने के लिए कुशल नेता का होना आवश्यक है, और इसके लिए शिक्षा ही एकमात्र साधन है।
- कृषि, चिकित्सा, उद्योग तथा प्रबंधन के क्षेत्र में विशेषज्ञ तैयार करना शिक्षा का उद्देश्य है, जिससे आधुनिकीकरण में मदद मिले।
- आधुनिकीकरण पुराने मूल्यों को भूलना नहीं चाहता है। शिक्षा ही वह साधन है जो आधुनिकीकरण के साथ-साथ हमें पुराने मूल्यों से जोडे रखती है।
▶शिक्षा के द्वारा आधुनिकीकरण करने का तरीका (Way to modernize through Education)
- शिक्षा समाजीकरण का एक आधार है जो नये मूल्यों को दिखला सकती है। शिक्षा आधुनिकीकरण के बाधक तत्व को र्नइ दृष्टिकोण के द्वारा बदल सकते हैं।
- शिक्षा उच्च स्तर तक पहुँचने का मार्ग प्रदान करती है। आधुनिकीकरण में लगे हुए सभी लोग अर्द्ध-आधुनिक विद्यालयों, काॅलेजों, विश्वविद्यालयों के ही उत्पादन हैं।
- शिक्षा ऐसा नेतृत्व प्रदान करती है जो समस्या निदान करने की क्षमता कर सकते हैं और यही नेतृत्व देश को आधुनिक बनाने में सहायता करता हैं।
- शिक्षा समाज को गतिशील बनाती है और गतिशील समाज ही आसानी से पुराने नीति को छोडकर आधुनिकीकरण के पथ पर अग्रसर हो जाते हैं।
▶आधुनिकीकरण और शिक्षा (Education and Modernization)
शिक्षा व सामाजिक आधुनिकीकरण में घनिष्ठ सम्बन्ध है। सामाजिक परिवर्तन के लिए शिक्षा अत्यन्त अनिवार्य है। जब तक समाज के व्यक्ति शिक्षित नहीं होंगे, तब तक समाज में वांछित परिवर्तन लाना सम्भव नहीं है। अनेक अध्ययनों एवं सर्वेक्षणों से यह स्पष्ट होता है कि विकसित समाजों की विशेषता उनकी शिक्षा, उच्च स्तरीय तकनीकी का प्रयोग एवं वैज्ञानिकता का विकास है। शिक्षा की प्रक्रिया समाज में उद्देश्यपूर्ण ढंग से चलती रहती है प्रत्येक समाज अपनी इच्छाओं और आवश्यकताओं की पूर्ति शिक्षा द्वारा ही करता है। वह अपने सदस्यों के लिए शिक्षा का स्वरूप निर्धारित करते हैं। समाज के बदलने पर शिक्षा का स्वरूप भी बदलता रहता है। यह चक्र कभी नहीं रूकता सदैव गतिमान रहता है। शिक्षा अपनी विविध भूमिकाओं द्वारा समाज में आधुनिकीकरण लाने का प्रयास करती है।
शिक्षा नवीन विचारों एवं धारणाओं के प्रचार एवं प्रसार का एक महत्वपूर्ण साधन है। यह लोगों को परिवर्तन ग्रहण करने के लिए मानसिक रूप से तैयार करती है तथा ऐसे वातावरण का सृजन करती है जिससे लोग वांछित परिवर्तनों को सरलतापूर्वक गहण करें। शिक्षा द्वारा ही समाज में लोग नये-नये विचारों, धारणाओं, कृषि एवं उत्पादन की नयी विधियाँ, रहन-सहन के नये तरीकों को आसानी से स्वीकार कर लेते हैं। शिक्षा आधुनिकीकरण के महत्व को स्पष्ट करके उनका प्रसार करके, उनमें उपस्थित बाधक कारकों को दूर करके परिवर्तन ग्रहण कराने में सहायता देती है। यही कारण है कि शिक्षित वर्ग परिवर्तनों को पहले अपनाता है और अशिक्षित वर्ग बाद में।
समाज की अनेक आवश्यकतायें होती है। इन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शिक्षा भी आधुनिकीकरण से प्रभावित होती है। उदाहरणस्वरूप प्राचीन भारत में शिक्षा धर्म प्रधान थी और धीरे-धीरे शिक्षा में भौतिकवाद की प्रधानता बढ़ी। अतः वर्तमान समय में शिक्षा के उद्देश्य, पाठ्यक्रम, शिक्षण विधियाँ, विद्यालय आदि में तेजी से परिवर्तन दृष्टिगोचर होता है।
▶आधुनिकीकरण और पाठ्यक्रम (Modernization and Curriculum)
आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में जाे उद्देश्य बताये गये हैं, उनकी प्राप्ति के लिए ही आधुनिक पाठ्यक्रम बनाया जाना चाहिए:-
- पाठ्यक्रम में वैज्ञानिक विषयों की प्रमुखता होनी चाहिए।
- पाठ्यक्रम में कम्प्यूटर की शिक्षा काे अनिवार्य बनाया जाना चाहिए।
- अन्तर्रा ष्ट्रीय भाषा हाेने के कारण अंग्रेजी काे पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाना चाहिए। शिक्षा, जनसंख्या शिक्षा, पर्या वरण शिक्षा, प्राैढ़ शिक्षा आदि को भी महत्व दिया जाना चाहिए।
- पाठ्यक्रम में व्यावसायिक शिक्षा की व्यवस्था हाेनी चाहिए। विभिन्न व्यवसायें के प्रशिक्षण की समुचित व्यवस्था से ही आधुनिकीकरण को बढ़ावा मिलता है।
- समाजोपयाेगी उत्पादक कार्य तथा रचनात्मकता और सृजनात्मकता काे प्रोत्साहित करने वाले विषयों काे पाठ्यक्रम में स्थान दिया जाना चाहिए।
- पाठ्यक्रम में नैतिक और आध्यात्मिक शिक्षा तथा मानव मूल्याें की शिक्षा का प्रावधान होना चाहिए।
- पाठ्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षा और समाज सेवा कार्यक्रमों की व्यवस्था हाेनी चाहिए।
- आधुनिकीकरण की प्रक्रिया को तीव्र बनाने के लिए स्त्री शिक्षा, जनसंख्या शिक्षा, पर्या वरण शिक्षा, प्राैढ़ शिक्षा आदि को भी महत्व दिया जाना चाहिए।
▶आधुनिकीकरण और शिक्षा के उद्देश्य (Objectives of Modernization and Education)
आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में शिक्षा के अधोलिखित उद्देश्य हैं :-
- तर्कपूर्ण चिन्तन का विकास
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास
- नेतृत्व के गुणों का विकास
- नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों का विकास
- बौद्धिक क्षमताओं और कौशलों का विकास
- प्रजातान्त्रिक नागरिकता का विकास
- सामाजिक परिवर्तन को प्रोत्साहन
- राष्ट्रीयता और अन्तर्राष्ट्रीयता की भावना का विकास
▶निष्कर्ष (Conclusion)
निष्कर्षतः हम कह सकते हैं कि आधुनिकीकरण परिवर्तन की प्रक्रिया है अर्थात् जब समाज आधुनिक होता है ताे प्राचीन व्यवस्थाओं से उसका सम्बन्ध टूटता जाता है और नई व्यवस्था का निर्माण होता है। आधुनिकीकरण एक क्रमिक, मंद गति वाली, निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है। आधुनिकीकरण का प्रमुख लक्षण विज्ञान तथा तकनीकी का विकास है। आधुनिकीकरण की इस अभिधारणा में शिक्षा अत्यधिक सहायक सिद्ध हुई है। शिक्षा आधुनिकीकरण के लिए दर्शायें एवं वातावरण तैयार करती है। यह सामाजिक परिवर्तन व आधुनिकीकरण की गति को तीव्र बनाती है। शिक्षा सामाजिक परिवर्तन व आधुनिकीकरण की सुरक्षा करती है तथा सामाजिक परिवर्तन व आधुनिकीकरण के दुष्प्रभावों काे राेकती है।