Samagra Shiksha Abhiyan-2.0 के उद्देश्य, लाभ एवं कार्यान्वयन

समग्र शिक्षा अभियान-2.0 (Samagra Shiksha Abhiyan-2.0)

देशभर में साक्षरता अनुपात बढ़ाने के लिए एवं देश के प्रत्येक बच्चे को शिक्षा का अधिकार प्रदान करने के लिए शिक्षा के स्तर को सुधारने का निरन्तर प्रयास किया जाता है। जिसके लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है। हाल ही में सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 भी आरम्भ की गई है। जिसके माध्यम से शिक्षा के स्तर में विभिन्न प्रकार के बदलाव किए गए हैं। सरकार ने सभी छात्रों को लाभ प्राप्त कराने हेतु समग्र शिक्षा अभियान के नाम से एक योजना कार्यान्वित की है। जिसका विवरण इस प्रकार है-

Samagra Shiksha Abhiyan-2.0 के उद्देश्य

Samagra Shiksha Abhiyan-2.0 को केन्द्र सरकार द्वारा मंजूरी प्रदान कर दी गई है। यह मंजूरी 4 अगस्त 2021 को प्रदान की गई। इस योजना के माध्यम से प्री स्कूल से लेकर बारहवीं कक्षा के सभी आयामों को शामिल किया जाएगा। यह योजना नई शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के अनुरूप बनाई गई है, जिसमें शिक्षा सम्बन्धी टिकाऊ विकास लक्ष्य भी सम्मिलित हैं। समग्र शिक्षा अभियान-2.0 के अन्तर्गत आने वाले वर्षों में चरणबद्ध तरीके से स्कूल में बाल वाटिका, स्मार्ट शिक्षा, प्रशिक्षित शिक्षकों को व्यवस्था की जाएगी।

इसके अलावा एक आधारभूत ढांचा, व्यायवसायिक शिक्षा एवं रचनात्मक शिक्षण विधियों की व्यवस्था की जाएगी। विद्यालयों में ऐसा वातावरण तैयार किया जाएगा जिसमे विविध पृष्ठभूमि बहुभाषी जरूरत एवं बच्चों की विभिन्न क्षमताओं पर जोर दिया जाए। इसके अलावा इस योजना के माध्यम से शिक्षक पाठ्य सामग्री भी तैयार की जाएगी। जिसके लिए प्रति छात्र 500 की राशि रखी गई है।

इसके अलावा इस योजना के माध्यम से सीखने की प्रक्रिया पर निगरानी, बाल बाटिका स्थापित करना, शिक्षकों की क्षमताओं का विकास एवं प्रशिक्षण कार्य पर भी जोर दिया जाएगा। शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। वह सभी छात्र जो दूर से आते हैं उनको माध्यमिक स्तर पर प्रतिवर्ष परिवहन सुविधा राशि भी प्रदान की जाएगी जो कि 16000 रुपए होगी।

समग्र शिक्षा अभियान-2.0 बजट (Samagra Shiksha Abhiyan-2.0 Budget)

इस अभियान के कार्यान्वयन के लिए 2.94 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा इस योजना के अन्तर्गत आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्रदान करना, बालिकाओं की हॉस्टल में सेनिट्री पैड की व्यवस्था करना, कस्तूरबा गांधी विश्वविद्यालय का बारहवीं कक्षा तक विस्तार करना आदि जैसे प्रावधान शामिल किए गए हैं। यह योजना 1 अप्रैल 2021 से लेकर 31 मार्च 2026 तक कार्यान्चित की जाएगी। 2.94 लाख करोड़ रुपए के बजट में से 1.85 लाख करोड़ की हिस्सेदारी केन्द्र सरकार की होगी। Samagra Shiksha Abhiyan-2.0 के माध्यम से लगभग 116 लाख स्कूल, 15.6 करोड़ बच्चे एवं 57 लाख शिक्षकों को लाभ प्राप्त होगा।

इसके अतिरिक्त इस योजना के माध्यम से सीखने की प्रक्रिया पर निगरानी, बाल वाटिका स्थापित करना, शिक्षकों की क्षमताओं का विकास एवं प्रशिक्षण कार्य पर भी जोर दिया जाएगा। शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। वह सभी छात्र जो दूर से आते हैं उनको माध्यमिक स्तर पर प्रतिवर्ष परिवहन सुविधा राशि भी प्रदान की जाएगी जो कि 6000 रुपए होगी।

समग्र शिक्षा अभियान-2.0 का कार्यान्वयन (Implementation of Samagra Shiksha Abhiyan-2.0)

इस शिक्षा अभियान के कार्यान्वयन के लिए एवं स्कूली शिक्षा में सुधार करने के लिए सरकार द्वारा प्रबन्ध सिस्टम आरम्भ किया गया है। जिस पर राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेश समग्र शिक्षा के अन्तर्गत भारत सरकार की विज्ञप्तियो, अनुमोदित परिव्यय, udise के अनुसार कवरेज, अनुमोदन की स्कूल वार सूची, स्कूल वार अन्तराल, अनुमोदन आदि की स्थिति की जाँच कर सकते हैं। इसके अलावा इस सिस्टम के माध्यम से राज्यों द्वारा भौतिक एवं वित्तीय मासिक प्रगति रिपोर्ट को भी ऑनलाइन प्रस्तुत किया जा सकता है। जिसके लिए एक डाटा विजुलाइजेशन डैशबोर्ड का निर्माण भी किया गया है। यह डैशबोर्ड केन्द्र शासित प्रदेश एवं राज्य द्वारा दिए गए मासिक अपडेट के आधार पर सिस्टम से डाटा एकत्रित करता है। इस सिस्टम को योजना के कार्यान्वयन में पारदर्शिता लाने एवं सुधार के लिए आरम्भ किया गया है।

समग्र शिक्षा अभियान-2.0 का उद्देश्य (Objective of Samagra Shiksha Abhiyan-2.0)

समग्र शिक्षा अभियान का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के स्तर में सुधार करना है। इसके अलावा इस योजना के माध्यम से स्कूल से लेकर बारहवीं कक्षा के सभी आयामों को सम्मिलित किया जाएगा जिससे कि छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके। यह योजना नई शिक्षा नीति की सिफारिशों के अनुरूप बनाई गई हैं जिससे कि नई शिक्षा नीति के कार्यान्वयन करने में भी मदद प्राप्त होगी। Samagra Shiksha Abhiyan 2.0 को 6 सालों तक कार्यान्वित किया जाएगा। विद्यालय, बच्चों एवं शिक्षकों का विकास इस अभियान से होगा। इस योजना के माध्यम से सीखने की प्रक्रिया पर निगरानी, बाल वाटिका की स्थापना, शिक्षकों की क्षमताओं का विकास एवं प्रशिक्षण कार्य पर भी जोर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन करने पर भी इस योजना के उद्देश्य में सम्मिलित है।

समग्र शिक्षा अभियान-2.0 के लाभ तथा विशेषताएँ (Benefits and Features of Samagra Shiksha Abhiyan-2.0)

  1. समग्रशिक्षा अभियान को केन्द्र सरकार द्वारा आरम्भ किया गया है।
  2. यह अभियान 4 अगस्त 2001 को आरम्भ किया गया है।
  3. इस अभियान के अन्तर्गत स्कूल शिक्षा के प्रीस्कूल से लेकर बारहवीं कक्षा के आयामों को शामिल किया गया है।
  4. नई शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के अनुरूप इस अभियान का आरम्भ किया गया है। जिसमें शिक्षा सम्बन्धी टिकाऊ विकास लक्ष्य भी शामिल है।
  5. आने वाले वर्षों में अभियान के अन्तर्गत चरणबद्ध तरीके से स्कूलों में बाल वाटिका, स्मार्ट कक्षा, प्रशिक्षित शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी।
  6. इस अभियान के माध्यम से एक आधारभूत ढांचा, व्यावसायिक शिक्षा एवं रचनात्मक शिक्षण विधियों की व्यवस्था भी की जाएगी।
  7. विद्यालयों में ऐसा वातावरण तैयार किया जाएगा जिसमें विभिन्न पृष्ठभूमि, बहुभाषी जरूरत एवं बच्चों की विभिन्न क्षमताओं पर जोड़ दिया जाए।
  8. शिक्षक पाठ्य सामग्री भी इस अभियान के माध्यम से तैयार की जाएगी जिसके लिए प्रति छात्र 500 रुपए की राशि रखी गई है।
  9. इस योजना के कार्यान्वयन के लिए 2.94 लाख करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी।
  10. इसके अलावा इस योजना के अन्तर्गत आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण प्रदान करना।
  11. बालिकाओं के हॉस्टल में सेनेट्री पैड की व्यवस्था करना, कस्तूरबा गाँधी विश्वविद्यालय का विस्तार करना आदि जैसे प्रावधान सम्मिलित किए गए हैं।
  12. इस अभियान को 1 अप्रैल 2021 से लेकर 31 मार्च 2026 तक कार्यान्वित किया जाएगा।
  13. इस योजना के बजट में से 1.35 लाख करोड़ की हिस्सेदारी केन्द्र सरकार की होगी।
  14. लगभग 11.6 लाख स्कूल, 15.6 करोड़ बच्चे एवं 57 लाख शिक्षकों को इस योजना के माध्यम से लाभ प्राप्त होगा।
  15. छात्रों को परिवहन सुविधा राशि भी प्रतिवर्ष प्रदान की जाएगी जो कि 6000 रुपए होगी।
  16. शिक्षकों के प्रशिक्षण करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम भी इस योजना के अन्तर्गत आयोजित किए जाएंगे।
  17. इस योजना के कार्यान्वयन से शिक्षा स्तर में सुधार आएगा।

समग्र शिक्षा अभियान 2.0 के मुख्य तथ्य (Key facts of Samagra Shiksha Abhiyan 2.0)

1. वार्षिक कार्य योजना:- राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेश जिलेवार वार्षिक कार्य योजना एवं बजट प्रस्ताव पोर्टल के माध्यम से जमा कर सकते हैं। सिस्टम के माध्यम से इन प्रस्तावों का ऑनलाइन मूल्यांकन भी किया जाएगा और परियोजना अनुमोदन बोर्ड द्वारा दिए गए अन्तिम अनुमोदन को पोर्टल पर फीड किया जाएगा।

2. स्वीकृति आदेश का ऑनलाइन सर्जन:- आवश्यक अनुमोदन के बाद इस योजना के अन्तर्गत सभी स्वीकृति आदेश ऑनलाइन उत्पन्न होंगे। सभी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों को ऑनलाइन auto-generated मेल भारत सरकार द्वारा जारी किए जाएंगे जिसमे सभी सम्बन्धित सूचना उपलब्ध होगी।

3. ऑनलाइन मासिक गतिविधियाँ:- राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा समग्र शिक्षा के सभी घटकों के लिए गतिविधि वार प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।

4. स्कूल वार प्रगति रिपोर्ट ऑनलाइन जमा करना:- समग्र शिक्षा के विभिन्न घटकों के अन्तर्गत स्कूल वार कार्यक्रम और निर्माण की स्थिति से सम्बन्धित जानकारी ऑनलाइन जमा की जा सकेगी।

5. सक्रिय लॉगइन:– सभी राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के 740 जिले, 8100 ब्लॉक एवं 12 लाख स्कूल में जिला लॉगिन बनाया गया है।

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